Skip to main content

Posts

Featured

तना

  शाम ढलने पर जो आसमान की एक नारंगी सी ओट के रूप में खड़ी हो जाती है, उससे ठीक पहले एक पेड़ खड़ा होता है जिसकी सबसे ऊँची टहनी पर लगी आखरी पत्ती आसमान से मेलमिलाप करती दिखती है। तना उस पेड़ का, नीचे अपना वर्चस्व क़ायम किए, आँख बंद कर बैठा मुस्कुरा रहा है, किसी तपस्वी की तरह। बीज एक ही था, सबका, मोटे भूरे झुर्रीदार तने से लेकर पेड़ की सबसे ऊँची, सबसे हरी, सबसे कोमल उगती पत्ती का, बीज एक ही था।  पहले भी कई बार घर छूटने के बारे में लिख चुकी हूँ, मगर आशा और उत्साह के समंदर से भरी स्याही से। आज अपने घर की छत पर बने स्टोर रूम में जब कदम रखा तो अपनी छोटी से नीली रंग की कुर्सी देख कर फूट फूट कर रो पड़ी।  उस स्टोर रूम से निकलकर छत पर बने एक खँबे को छू छू कर ख़ुद को ज्ञात कराया, ख़ुद को अपने बीते कल की धारीदार दीवार सा पाया, तो वहीं ख़ुद को ज्ञात कराया और अपनी आज में छूती उन उँगलियों सा कोमल पाया।  उसी बीच पेड़ की सबसे ऊँची टहनी पर बैठी, आसमान ताकती उस पत्ती को देखा, हवा तेज़ थी, हवा में ख़ूब नयापन था, वो जूझ रही थी, उसके पास और भी पत्तियाँ थीं, सब ही जूझ रहीं थी, एक को तो ना ज...

Latest Posts

Image

Could I Have Taken Some More Of It?

Image

Martini

Image

Lately: Delhi's Been Sweaty But I've Been A Shawty

Image

विदाई

Image

What It Takes

Image

Backstage

Image

Archives

Image

Listen

Image

Mumbo Jumbo

Image

दो फीट और दो मिनट

Image

कहानी

Image

Periscope

Image

बातें

Image

वृद्धि